Search found 772 matches
- 21 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli तुम जानते हो बाप आकर सब पर उपकार करते हैं। माया रावण अपकार करते हैं। बाप आकर एक ही बार इतना उपकार करता है, जो 21 जन्म हमारा उपकार हो जाता है। उपकार कहो अथवा कृपा, आशीर्वाद आदि जो कहो - द्वापर में फिर अकृपा शुरू हो जाती है। रावण अपकार करते हैं। श्रीमत से ही तुम कोई का भी उपकार कर सकेंगे।...
- 20 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli यह ड्रामा का चक्र कैसे फिरता है, चक्रवर्ती राजा कैसे बनना होता है - यह नॉलेज है। इसमें कोई हथियार पंवार नहीं हैं। वर्ल्ड की हिस्ट्री-जॉग्राफी को तो जरूर मनुष्य ही जानेंगे ना? मनुष्य सृष्टि का चक्र कैसे फिरता है - यह जरूर जानना चाहिए। ‘हम बाप से सुनते हैं तो चक्रवर्ती राजा बनते हैं। तुमक...
- 19 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli स्वर्ग में सुख और शान्ति दोनों हैं। शान्ति क्यों कहा जाता? क्योंकि वहाँ लड़ाई-झगड़ा आदि होता नहीं। बाकी असली शान्तिधाम तो है निर्वाणधाम, जहाँ सभी आत्मायें शान्त रहती हैं। फिर आत्मा को (यहाँ) जब आरगन्स मिलते हैं तो बोलती है। तो वहाँ (सतयुग में) सुख-शान्ति दोनों ही हैं। सुख होता है सम्पत्...
- 18 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Avyakt Vani फ़रिश्ता अर्थात् जिसका पुराने संस्कार और (पुराने) संसार से रिश्ता नहीं। तो चेक करो पुराने संसार की कोई भी आकर्षण - चाहे सम्बन्ध रूप में, चाहे अपने देह की तरफ आकर्षण, वा किसी देहधारी व्यक्ति के तरफ आकर्षण, कोई वस्तु की तरफ आकर्षण कितने परसेन्ट में रही? ऐसे ही पुराने संस्कार की आकर्षण - च...
- 17 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli तो पहले-पहले यह समझाना है कि मनुष्य सृष्टि का रचयिता कौन है? वह रचयिता ही सबका बाप ठहरा। पहले-पहले बाप का परिचय देना है। आत्मा को न अपना, न बाप का परिचय है। अगर अहम् आत्मा का परिचय हो तो समझें कि हम किसकी सन्तान हैं! हम परमपिता परमात्मा की सन्तान हैं। वह बाप रचयिता है, तो जरूर पहले-पहले...
- 16 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli बाप कहते हैं - मुझे याद करो तो विकर्म विनाश होंगे। हम बाप का सन्देश देते हैं। याद नहीं करेंगे तो विकर्माजीत नहीं बनेंगे, फिर ज्ञान की धारणा कैसे होगी? उल्टे-सुल्टे प्रश्न कोई पूछे तो बोलो, ‘पहले नॉलेज तो समझो। अपने को आत्मा समझ, बाप को याद करो। बाकी सब बातें छोड़ दो। आगे चल समझते जायेंग...
- 15 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli योग में अनेक प्रकार के तूफान आते हैं, उनको कैसे वश करें? उसका उपाय क्या है? कौन सा टाइम है जिसमें अच्छी रीति याद कर सकें? तो बाबा ने समझाया - यूँ तो चलते-फिरते, उठते-बैठते याद करो। अभी तुम यहाँ बैठे हो, हम तुमसे पूछते हैं - स्त्री को याद करते हो? अब नाम स्त्री का सुना और झट बुद्धि भागी ...
- 14 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli समझाने में बड़ी अच्छी चतुराई चाहिए। बाप भी चतुर है ना! तुम्हें फिर दैवीगुण भी धारण करने हैं। बहुत ‘स्वीट टेम्पर’ (मधुर स्वभाव) होना चाहिए। बाप के ‘टेम्पर’ को देखो कितना प्यारा है। भल उनको ‘कालों का काल’ भी कहते हैं, परन्तु वह कड़ा थोड़ेही है। वह तो समझाते हैं - मैं आकर सबको ले जाता हूँ ...
- 13 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli अब तुम जानते हो (पारलौकिक निराकार शिवबाबा) हर एक मुसाफिर को परिस्तान अथवा स्वर्ग का मालिक बना रहे हैं। तो उनकी मत पर चलना है। ऐसे नहीं बाप-दादा को कोई बच्चों की मत पर चलना है – नहीं! बच्चों को श्रीमत पर चलना है। बाप को अपनी मत नहीं देनी है। ब्रह्मा की मत मशहूर है। वह हुआ जगत पिता, तो जर...
- 12 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli यह ज्ञान सिर्फ शिवबाबा ही ब्रह्मा द्वारा तुम बच्चों को देते हैं; इसलिए तुमको ही यह सृष्टि चक्र का ज्ञान है - देवताओं को नहीं है। तुम ब्राह्मणों की बुद्धि में यह चक्र फिरता है, इसलिए नाम रखा है, ‘ब्रह्मा और ब्रह्माकुमार कुमारियों की रात’। अभी तुम चल रहे हो दिन तरफ। सतयुग को दिन, कलियुग क...
- 11 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Avyakt Vani हर एक बच्चे के दिल में दिलाराम समाया हुआ है; और दिलाराम के दिल में सर्व स्नेही बच्चे समाये हुए हैं। स्नेह बहुत बड़ी शक्ति है! १. स्नेह की शक्ति मेहनत को सहज कर देती है। जहाँ मोहब्बत है, वहाँ मेहनत नहीं होती - मेहनत मनोरंजन बन जाती है, खेल लगता है। २. स्नेह की शक्ति देह और देह की दुनिया ...
- 10 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli अभी बेहद का बाप समझाते हैं - मुझे याद करो। उस (देहधारी) गुरू के बदले एक (विदेही) शिवबाबा को याद करना पड़े। मेहनत है! वह (निराकार) बाप सभी का एक ही है। उस द्वारा ही स्वर्ग का वर्सा मिल सकता है। शान्ति सुख का वर्सा उनसे मिलता है। यह समय है ही बाप द्वारा बाप से मिलने का अथवा वर्सा पाने का!...
- 09 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli यहाँ कोई मनुष्य, मनुष्य को नहीं समझाते! यह तो निराकार परमपिता परमात्मा मनुष्य तन में बैठ समझाते हैं - बलिहारी उनकी है। वह नहीं समझाते तो हम कुछ भी नहीं जानते। हम तो बिल्कुल तुच्छ बुद्धि थे। अभी रचयिता और रचना के आदि मध्य अन्त को जाना है। ‘हू इज हू ..’ - इस बेहद ड्रामा में सबसे मुख्य पार...
- 08 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli तुम जानते हो शिवबाबा को याद करने से विकर्म विनाश होते हैं। भल और मनुष्य शिव को याद करते हैं - परन्तु इस ज्ञान से याद नहीं करते; वह जानते ही नहीं। न जानने कारण विकर्म विनाश हो नहीं सकते। यह जानते ही नहीं कि हम योग लगाने से विकर्माजीत बनेंगे। अच्छा, फिर क्या होगा? यह भी नहीं जानते। तुमको ...
- 07 Mar 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
- Replies: 2611
- Views: 576737
Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli भल कितने भी बड़े मर्तबे वाला हो - सतो, रजो, तमो से हर एक को पास करना है! इस समय सब पतित हैं। तो तमोप्रधान दुनिया को फिर से सतोप्रधान कौन बनाये? पहले-पहले सतोप्रधान सुख में आते हैं - फिर दु:ख में जाते हैं। यह राज़ अब तुम बच्चों को समझाया जाता है। 84 जन्म लेना होता है - तो जरूर सतोप्रधान ...